अमर राजभर सुरहन आनंद नगर मर्तिनगंज आजमगढ़ उत्तर PRADESH
Tuesday 29 March 2011
Thursday 24 March 2011
RAJBHAR
आजमगढ़
मि. डी. एल. ड्रेक ब्राकमेन ने आजमगढ़ के भरो के सम्बन्ध मे वर्णन करते है कि आर्यों मे से भर भी एक जाति है ! जो कशी,गोरखपुर क्मिस्नरियो मे पाए जाते है ! भर इस जिले मे सन् १९०१ ई मे ६९९६२ थे ! इन के रहने का मुख्य: स्थान देव गाँव, सगरी,मुहम्मदाबाद,घोसी आदि है ! इस जिले मे इस समय अधिक जातिया निवास कर रही है परन्तु एतिहासिक प्रमाणों द्वारा सिद्ध होता कि इस स्थान के प्राचीन निवासी भर तथा राजभर है !
दिह्दुअर परगना महल मे असिल देव नाम के एक राजभर राज करते थे ! जिसके राज्य के समय के तालाब और किले के खंडहर पाए जाते है ! जिसे अरारा के बचगुटी राजपूत अपने वंश का मानते है ! कौड़िया परगना अरौन जहनियांनपुर मे अयोद्धया राय राजभर राज करते थे ! ये असिल देव के वंसज काहे जाते है ! इस समय निजामाबाद एक प्रशिद्ध स्थान है ! यहाँ के राजा एक समय मे परीक्षक भर थे ! उन्होंने अनवन्क के किले को अपने अधिकार मे कर लिया था ! राजा परीक्षक ने धीरे धीरे भरो कि शक्ति प्रबल कि और पुनः सिकंदरपुर आजमगढ़ परगना पर अधिकार किया ! मि. शोरिंग साहब का उल्लेख है कि आजमगढ़ के भरो का राज्य भी रामचंद्र के राज्य के समय अयोध्या से मिला हुआ था ! इस जाति के लोग बहुत से किले,कोट,खाई,तालाब,कुए,पड़ाव आदि प्राचीन स्मृति छोड़ गए है !
मि. डी. एल. ड्रेक ब्राकमेन ने आजमगढ़ के भरो के सम्बन्ध मे वर्णन करते है कि आर्यों मे से भर भी एक जाति है ! जो कशी,गोरखपुर क्मिस्नरियो मे पाए जाते है ! भर इस जिले मे सन् १९०१ ई मे ६९९६२ थे ! इन के रहने का मुख्य: स्थान देव गाँव, सगरी,मुहम्मदाबाद,घोसी आदि है ! इस जिले मे इस समय अधिक जातिया निवास कर रही है परन्तु एतिहासिक प्रमाणों द्वारा सिद्ध होता कि इस स्थान के प्राचीन निवासी भर तथा राजभर है !
दिह्दुअर परगना महल मे असिल देव नाम के एक राजभर राज करते थे ! जिसके राज्य के समय के तालाब और किले के खंडहर पाए जाते है ! जिसे अरारा के बचगुटी राजपूत अपने वंश का मानते है ! कौड़िया परगना अरौन जहनियांनपुर मे अयोद्धया राय राजभर राज करते थे ! ये असिल देव के वंसज काहे जाते है ! इस समय निजामाबाद एक प्रशिद्ध स्थान है ! यहाँ के राजा एक समय मे परीक्षक भर थे ! उन्होंने अनवन्क के किले को अपने अधिकार मे कर लिया था ! राजा परीक्षक ने धीरे धीरे भरो कि शक्ति प्रबल कि और पुनः सिकंदरपुर आजमगढ़ परगना पर अधिकार किया ! मि. शोरिंग साहब का उल्लेख है कि आजमगढ़ के भरो का राज्य भी रामचंद्र के राज्य के समय अयोध्या से मिला हुआ था ! इस जाति के लोग बहुत से किले,कोट,खाई,तालाब,कुए,पड़ाव आदि प्राचीन स्मृति छोड़ गए है !
आजमगढ़ जिले मे घोसी के निकट हरवंशपुर उचगवाना के किले के चारो और कुंवर और मघाई नदिया खाई नुमा घेरा बनाया गया है ! ऐसा ही कार्य निजामाबाद परगने मे अमीना नगर (मेहा नगर) के निकट हरिबान्ध है! प्राचीन खंडहरों मे चिरइया कोट भी इन्ही लोगो का है ! टॉप
RAJBHAR
RAJBHAR
Friday 18 March 2011
Tuesday 15 March 2011
RAJBHAR JI
अमर राजभर जी -
भर सम्राठो से परिचय
भर सम्राट | स्थान |
महाराजा भरद्वाज | अवध |
महाराजा खिरधर | श्रावस्ती |
राजा नंदुक | मनियागढ़ |
महाराजा बारा | बाराबंकी |
महाराजा जैस | रायबरेली |
महाराजा किन्तमा | बाराबंकी |
महाराजा तिलोक चंद | बहराइच |
सेनानायक इचौल | बाराबंकी |
सेनानायक मंडलारिख | लखनऊ |
महाराजा परीक्षित | आजमगढ़ |
अंबे देवी | श्रावस्ती |
मानिकचंद | मानिकपुर -गोंडा |
महाराजा नैनायादेव | तिरहुत |
महाराजा मदन | मिर्जापुर |
राजा मनदेव | प्रतापगढ़ |
राजा मोहनलाल | लखनऊ |
दलकि और मलकी | कड़ा तथा कालिंजर |
राजा सारंगधर | रामनगर |
भर सरदार खनई | बहराइच |
महाराजा इसौली | कुश्भावान्पुर( सुल्तानपुर) |
सम्राट छ्लसाल | बहराइच |
राजा काकोरे | लखनऊ |
महाराजा डल देव | रायबरेली |
महाराजा सोझ्बल रावत | फैजाबाद |
अल्देव और मल्देव | अल्देमाऊ ( प्रतापगढ़) |
महाराजा मंगलसेन | अवध |
राजा मनियर | कटहलाराज (अवध) |
अमर राजभर जी सुरहन आजमगढ़
०९२७८४४७७४३
जय शुहेल देव राजभर भाइयो
RABHAR JI
अमर राजभर जी-
बढे कदम रुकते नहीं
रुके कदम बड़ते नहीं
पानी हो मंजिल तो
पीछे मुड देखते नहीं
माना है मुस्किले रास्तो में
सुनसान सड़क है और अँधेरी राते है
एक दिया तो जलाओ रस्ते खुद ब खुद जगमाएँगे
आगे बदने का होसला रखो मंजिल सामने आएंगी
मत सोचो इतिहास ने हमे क्या दिया
हम इतिहास बनाएँगे
राजभर को इसका हक़ दिलाएंगे !
रुके कदम बड़ते नहीं
पानी हो मंजिल तो
पीछे मुड देखते नहीं
माना है मुस्किले रास्तो में
सुनसान सड़क है और अँधेरी राते है
एक दिया तो जलाओ रस्ते खुद ब खुद जगमाएँगे
आगे बदने का होसला रखो मंजिल सामने आएंगी
मत सोचो इतिहास ने हमे क्या दिया
हम इतिहास बनाएँगे
राजभर को इसका हक़ दिलाएंगे !
अमर राजभर जी सुरहन आजमगढ़
9278447743
Thursday 10 March 2011
RAJBHAR JI
उठो राजभर
उठो राजभर कुछ काम करो
जग में अपना नाम करो
अकेले नहीं हम साथ चलेंगे
डाले हाथो में हाथ चलेंगे
हम भी देखे कौन रोक सकता है हमे
इतिहास अपना खुद बनायेंगे हम
इस दुनिया को बताएँगे हम
जोश हमारे रग रग में है
बड़ते जाएँगे कदम मिलाओ
चलो दोस्तों हाथ बढाओ
राजभर को इसका सम्मान दिलाओ ....
उठो राजभर कुछ काम करो
जग में अपना नाम करो
अकेले नहीं हम साथ चलेंगे
डाले हाथो में हाथ चलेंगे
हम भी देखे कौन रोक सकता है हमे
इतिहास अपना खुद बनायेंगे हम
इस दुनिया को बताएँगे हम
जोश हमारे रग रग में है
बड़ते जाएँगे कदम मिलाओ
चलो दोस्तों हाथ बढाओ
राजभर को इसका सम्मान दिलाओ ....
Tuesday 8 March 2011
AMAR RAJBHAR
JAI SHUHAL DEV
NAME-AMAR BAHADUR RAJBHAR
VILL&POST SURHAN (ANAND NAGAR)
MARKET- MARTINGUNJ
DIST-AZAMGARH
UTTAR PRADESH
PH.9278447743(PERSONAL)
09616796489(HOME)
EMAIL.AMARBAHADURBHARDWAJ@GMAIL.COM
AMARBAHADURBHARDWAJ@YAHOO.COM
WEB=http://amarbahadurrajbhar.blogspot.com
Tuesday 1 March 2011
amar.rajbhar: There were problems with my invitation. What do I ...
amar.rajbhar: There were problems with my invitation. What do I ...: "There were problems with my invitation. What do I do?"
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